Shivaji Maharaj Fort Information Hindi

छत्रपती शिवाजी महाराज जिन्होंने स्वराज की स्थापना की जो मराठा साम्राज्य के महान और बहादुर योद्धा थे, शिवाजी महाराज ने  मराठवाडा के 360 किल्ले अपने शासनकाल में जीते और आज उनिही की बदोलत महाराष्ट्र बहुतसे प्राचीन किलो का घर है. आइये जानते है. Shivaji Maharaj Fort Hindi जहा लोग जाना बेहद पसंद करते है.


 Shivaji Maharaj Fort Information Hindi

1) तोरना किला  (Torna Fort)

दुर्गकोट यह पुणे जिल्हा में स्तिथ तोरना किला 1403 मिटर उचा है .किले के प्रवेश द्वार पर तोरनाजी मंदिर स्थित है जिसे मेंघी देवी मंदिर भी कहते है, 16 साल की उमर में शिवाजी महाराज ने तोरण किले पर मुघलोसे ( औरंगजेब ) युद्ध  करते हुए पहिली जीत हासिल करी, और स्वराज का तोरण बांधा इसी कारण से यह किले का नाम तोरण रखा गया, जीत के बाद उन्हें जीवन में आगे बढने की प्रेरणा मिली और उसी प्रेरणा शक्ति से वह  किले पर विजय पाते रहे.


2) सिंहगड  (Sinhgad Fort)

महाराष्ट्र राज्य के पुणे जिले में पहाड़ी क्षेत्र में स्तिथ सिंहगड किला जोकि कोंधाना किला के नाम से भी जाना जाता है, यह किला टेकडी पर स्तिथ है इसकी  ऊचाई जमीन से 760 मीटर है, किले के दो मुख्य प्रवेश द्वार है कल्याण दरवाजा और पुणे दरवाजा, यह यूद्ध शिवाजी के सेनापति तानाजी मालुसरे और उदैभान राठोड (मुघल) के बिच हुआ था ,इस यूद्ध में तानाजी का हाथ उदैभान की तलवार से कट गया था, फिर भी तानाजी ने किले पर जित हासिल की, और अंत में उनकी जान चली गई, "गढ़ आला पं सिह गेला "  शिवाजीने अपने मित्रता के नाम पर इस किले का नाम सिह्गड़ रखदिया.


3) राजगड किला (Rajgad Fort)

राजगड किला यह एक पहाड़ी किला है जो भारत के  महाराष्ट्र राज्य में पुणे जिल्हा में स्तिथ है, यह किले की उचाई 1376 मीटर है  ,यह  किले को पेहले "मुरुमदेव" के नाम से जाना जाता था , शिवाजी महाराज के शासन काल के समय में  26 वर्षो तक यह मराठा साम्राज्य की राजधानी के रूप में रहा. 


4) लोह्गड़ किला (Lohgad Fort)

भारत के महाराष्ट्र  में लोनावला में स्तिथ  यह किल्ला पर्यटन का आकर्शित केंद्र है ,यह विशाल किले की उचाई 1033 मीटर है, इस किले पर ज्यादा समय छत्रपति शिवाजी द्वारा इस्तेमाल किया गया था,  यह किला  केवल 5 वर्षो मुघल के पास रहा.


5) रायगड किला (Raigad Fort) 

 महाराष्ट्र राज्य के रायगड जिले में महाड में पहाड़ी पर स्तिथ रायगड प्रसिद्ध दुर्ग है, इस विशाल किले की उचाई 820 मीटर है, यह किल्ला मराठा साम्राज्य की खास पेहचान माना जाता है. इसे छत्रपति शिवाजी महाराज ने बनवाया था और 1674 में इसे आपनी राजधानी घोषित किया, छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक इसी किले पर हुआ था, बादमे अंग्रेजोने इसे लूट लिया था.

किलेपर महाराजांची समाधी, जिजाबाईंका बाडा, नाना दरवाजा, महादरवाजा, स्तंभ, शिरकाई मंदिर, हिरकणी टोक और गंगासागर तलाव अदि स्थान देखने जैसे है.


6) प्रतापगढ़ किला (Pratabgad Fort)

महाराष्ट्र के सतारा जिले में स्तिथ यह विशाल किला समुद्रतल से 1000 मीटर उचाई पर स्तिथ है, किले में माता भवानी और शिव जी का मंदिर है ,1656 में किले का पूर्ण  बांधकाम  हुआ था, छत्रपति शिवाजी ने इस किले को निरा और कोयना नदी की ओर से सुरक्षा बढ़ाने के उद्देश से बनाया था.  


7) शिवनेरी किल्ला (Shivneri Fort)

शिवनेरी किला शिवाजी महाराज के किले मेसे एक भारत के महाराष्ट्र राज्य   में पुणे में जुन्नर गाव के पास यह एतिहासिक किला स्तिथ है यह गढ़ चारों और चट्टानों से घिरा है ,किले की कुल उचाई 1024 मीटर होनेसे यह किला लोगो को आकर्षित करता है,19 फरवरी 1630 में छत्रपति शिवाजी का जन्म इसी किले पर हुआ था , शिवाजी का बचपन इसी केले पर बिता ,किले के मध्य एक सरोवर स्तिथ है जिसे बादामी तालाब कहा जाता है किलेपर जिजाबाई और बल शिवाजी की मुर्तिया स्तिथ है


8) विजयदुर्ग किला (Vijaydurg Fort)

यह किला महाराष्ट्र में लोकप्रिय समुद्र किलो में से एक मन जाता है, 17 एकर में फैले हुए इस विशाल किले की उचाई 36 मीटर है, किले के तीनो और अरबी समुद्र का घेरा होनेसे यह किल्ले की सुन्दरता हो और बढ़ता है, यह किला शिवाजी महाराज की मराठा नोसेना का एक गढ़ बिंदु था.


9) सिंधुदुर्ग किला (Sindhudurg Fort)

सिंधु यानि समुद्र और दुर्ग यानि किला से मिल कर बना है और जिसका अर्थ समुद्र का किला है , कोकण स्तिथ  यह किला अरब सागर से घेरा हुआ है, किले का क्षेत्र कुल 48 एकर में  फैला हुआ है, किले में स्तिथ 228 फुट उचा भगवा ध्वज और उनका ध्वजस्तंभ है.

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उम्मीद है दोस्तों आपको ( shivaji maharaj fort information hindi ) शिवाजी महाराज के किले के बारे में यह  छोटीसी जानकारी पसंद आयी होगी


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