Top 25 Rohini Nakshatra Female Characteristics in Hindi

आज के इस ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे वृषभ राशी में आने रोहिणी नक्षत्र के  महिलाओ की विशेषता के बारे में। जैसे की जो जातक रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेता है उनका बर्ताव, जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण, संसारीक जीवन तथा वैवाहिक जीवन,व्यवसाय, उनका स्वास्थ और रहन-सहन के प्रकार आदि सभी सवालों के जवाब Rohini Nakshatra Female Characteristics in Hindi में जानेंगे। आमतौर्पर रोहिणी नक्षत्र महिलाओ के लिए उचित माना गया है। जसमे पुरुष की तुलना में महिलाओ को अधिक लाभ होता है। लेकिन रोहिणी नक्षत्र में महिलाओ की विशेषता जानने से पहले रोहिणी नक्षत्र क्या है ये जानना बेहद जरुरी है। तो आइये जानते है रोहिणी नक्षत्र के बारे में।

Rohini Nakshatra female characteristics in Hindi
Rohini Nakshatra female characteristics हिंदी जानकारी 


    Rohini Nakshatra Kya Hai ?

    आकाश मंडल में नक्षत्र के कुल 27 प्रकार है जिसमे चौथा स्थान रोहिणी नक्षत्र का है। किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में वृषभ राशी में आने वाला यह रोहिणी नक्षत्र बहुत ही लाभदायक साबित होता है। इस नक्षत्र के देवता ब्रह्म देव है जो श्रुष्टि के निर्माता के रूप में जाने जाते है इसके आलावा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्र देव है। वैदिक जोशी के अनुसार रोहिणी नक्षत्र का विस्तार वृषभ राशी में आता है जो 10.23०  से 23.22० पर स्थानिक रहता है। रोहिणी शब्द का अर्थ होता है रोहन करना (मतलब सवारी करना) और विकास के पथ पर गतिशील रहाना। इसके आलावा Rohini Nakshatra Female Characteristics के चार चरण पाये जाते है और प्रतेक चरण के जन्म समय के अनुसार  गुणों का अवलोकन किया जाता है।

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    Top 25 Rohini Nakshatra Female Characteristics in Hindi। रोहिणी नक्षत्र महिलाओ की विशेषता

    रोहिणी नक्षत्र के स्त्री वर्ग में जिन महिलाओ का जन्म होता है उनमे शुक्र की मोहकता, कोमलता और सुंदरता काफी अच्छे से दिखाई देती है। इसी प्रकार चंद्रमा का स्वभाव शांत और आनंदी पाया जाता है। वेह बाते जो हर स्त्री से उम्मीद की जाती है वह सभी अच्छी बातें इस नक्षत्र में पाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि पिछले जन्म के पुण्य और अच्छे कर्म आपके पास हो तो ही इस प्रकार के नक्षत्र में जन्म पाया जाता है। इसके आलावा रोहिणी नक्षत्र के महिलाओ की विशेषताओ में कई ऐसे गुण और अवगुण पाये जाते है, जो निचे मुख्य मुद्दों द्वारा बताये गये है। तो आइये जानते है Rohini Nakshatra Female Characteristics in Hindi में पूरा पढ़े


    Rohini Nakshatra में जन्म लेने वाली महिलाओ का भविष्य क्या कहलाता है। (निचे दिए गये बिंदुओ के आधार पर पढिये)


    • रोहिणी नक्षत्र का स्थान वृषभ राशि पर आता है जो शुक्र के प्रभाव में घेरा रहता है।
    • रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्रदेव है जो सिर्फ वृषभ राशि में शुभ फल देने के लिए उचित माने गए हैं।
    • रोहिणी नक्षत्र के देवता ब्रह्मा देव है जो महिलाओ पर आपनी कृपा दृष्टी बनाये रखते है।
    • रोहिणी नक्षत्र का चिन्ह (Symbol) बैलगाड़ी तथा रथ माना गया है जो स्त्री के कार्य की गतिशीलता को दर्शाता है।
    • भारतीय वैदिक जोशी के अनुसार रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले जातक सुंदर और आकर्षक होते है।
    • रोहिणी नक्षत्र पर ब्रह्मा देव की कृपा होने के कारण नये निर्माण को, उत्पादन को, उत्पादन के गुणों को और सभी प्रकार की सुख सुविधाओं को संपन्नता देने वाला नक्षत्र माना गया है।
    • जातक तथा महिलाओ में रोहिणी नक्षत्र में बैल से जुड़े हुए गुण दिखाई देते हैं जैसे कि मेहनती होना, इच्छा शक्ति होना, चुनौतियों का सामना करने में आपूर्ति  होना तथा किसी कार्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ करने के गुण इस नक्षत्र की महिलाओ में पाये जाते है।
    • रोहिणी नक्षत्र वाले व्यक्ति शुक्र और चंद्र के प्रभाव में होते हैं जो रंग में काला तथा गोरा होने के बावजूद भी दिखने में अति सुंदर पाए जाते हैं।
    • खासकर Rohini Nakshatra Female Characteristics में रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेनी वाली महिलाओ में चंद्रमा का प्रभाव होने के कारण उस व्यक्ति की आयु ज्यादा होने के बावजूद भी कम दिखाई देती है।
    • रोहिणी नक्षत्र में शुक्र का प्रभाव होने के कारण वृषभ राशि वाले व्यक्ति (जातक) वैशाली रूप से कलात्मक (Creative) एव कल्पनाशील (Visualisational) होते है।
    • रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति (स्त्री) चंद्र और सूर्य के प्रभाव में होते हैं जो बहुत अच्छे म्यूजिशियन, संगीतकार, चित्रकार, लेखक(Story Writing)तथा अन्य क्रिएटिव के रूप में पाए जाते हैं।। इसके अलावा बिजनेस में डेकोरेटिव बिजनेस, इंटीरियर एंड एक्सटीरियर डिज़ाइनर, फूड बिजनेस या अन्य कोई भी ऐसा बिजनेस जो जीवन में शान- शौक और आराम प्रदान करता है, तो वह रोहिणी नक्षत्र के प्रभाव को प्रदर्शित करता है।
    • वृषभ रही के इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति को धंधे (Business) में  सफलता और काम में दिलचस्पी प्रदान करती है।
    • रोहिणी नक्षत्र की महिलाये ज्यादातर समय और परिस्थिति के अनुसार अपना संतुलन बनाना जानती हैं, फिर चाहे परिस्थिति सामान्य हो तथा कठिन हो दोनों परिस्थिति के अनुरूप में खुद का संतुलन बनाकर योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना जानती हैं।
    • इस नक्षत्र में जन्मदाता(भ्र्म्हदेव) अपने चाहने वालों के लिए सब कुछ निछावर (Sacrifice) कर देते हैं जोकि शुक्र के प्रभाव के कारण सुंदर वस्तुओं का आकर्षण अधिक होता है, जैसे नई चीजें खरीदना, नए कपड़े खरीदना इस तरह के सुंदर वस्तु की और जल्दी आकर्षित होते हैं।
    • रोहिणी नक्षत्र के गुणों के स्वभाव में अधिक विश्लेषनात्मक शक्ति (Analytical power) होती है, जो किसी दूसरे व्यक्ति में तथा कार्य में गलतियां निकालने के गुण इन के स्वभाव में पाए जाते हैं।
    • Rohini Nakshatra Female Characteristics में शनि का प्रकोप अधिक होने से, वह दरअसल आंतरिक रुप से गुस्से वाले होते हैं। यदि इनके कार्य में कोई बाधा डालें तो उसे उनके लिए शत्रु समान होता है।
    • यदि रोहिणी नक्षत्र में शनि का प्रकोप कम है, वह व्यक्ति अधिक भावुक (Emotional) तथा उनमें क्षमा भाव अधिक होता है।
    • रोहिणी नक्षत्र का स्त्री वर्ग ज्यादातर वर्तमान में जीना ज्यादा पसंद करते हैं और भविष्य की चिंता थोड़ी कम करते हैं जो कभी-कभी इनके लिए परेशानियों का कारण बनती है।
    • रोहिणी नक्षत्र वाले लोग अपने काम के प्रति बहुत ईमानदार होते हैं, जैसे यदि कोई कार्य शुरू करें तो उसे ख़तम करके ही मानते हैं। परंतु कभी-कभी ऐसे कार्य करने का निर्णय लेते हैं जिसमें वेह निपुण नहीं होते जिसकी वजह से कभी कभी उन्हें निराशाओ का सामना करना पड़ सकता है।
    • इस नक्षत्र वाले लोग विचारों और भावों के धनी होते हैं परंतु विचारों के अत्याधिक स्वतंत्रता की वजह से इन्हें दूसरों की आलोचना का सामना करना पड़ सकता है।
    • इस नक्षत्र की ज्यादातर महिलाये (जातक) दिल को प्रभावित करते हैं और समय के महत्व को समझते हैं, इसलिए कम समय में अधिक बात कहने में विश्वास रखते हैं।
    • ऐसे जातक जो रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेते हैं उनके इशारों में स्थिरता बनी होती है, जो बड़ी समजदारी से अपना कार्य निभाते है।
    • नए विचार की जीवन में जातक सत्यवादी और सदाचारी होते हैं।
    • रोहिणी नक्षत्र में पैदा होने  वाले जातक दिखने में बेहद कोमल, सरल और बड़ी सुन्दर सी आखो वाले होते है। 
    • ऐसे व्यक्ति शब्दों के अच्छे खिलाड़ी होते हैं यहां बातों बातों में सामने वाले व्यक्ति की बात को पढ़ लेते हैं। यह विशेषता महिलाओ में देखने को मिलती है।

        

    रोहिणी नक्षत्र के चरण महिलाओ के लिए

    रोहिणी नक्षत्र में कुल चार चरण पाये जाते है। जन्म, तिथि और समय के अनुसार जातक का जन्म किस चरण में हुआ इसका अनुमान लगाया जाता है। तो आइये जानते है रोहिणी नक्षत्र महिलाओ की विशेषता में (Rohini Nakshatra Female characteristics) रोहिणी नक्षत्र किस चरण में लाभ देता है और इस चरण में हांनी देता है आइए जानते हैं विस्तार में।


    रोहिणी नक्षत्र का प्रथम चरण कैसा रहेगा रोहिणी नक्षत्र के प्रथम चरण में जो व्यक्ति आते हैं वह क्रोधी स्वभाव के हो सकते हैं उनके ऊपर क्रोध का असर देखने को मिलेगा जातक का पेट पतला या भेड़िया बकरी जैसा बड़ी आंखों     वाला हो सकता है, जताक्के बालो का रंग भूरा होता है। जातक दूसरों से धन निकालने के लिए चतुर होते हैं और धनवान भी होते हैं। जानिए बिल गेट्स की 1 मिनिट की कमाई  


    रोहिणी नक्षत्र के दूसरे चरण में जो जन्म लेते हैं वह भाग्यशाली होते हैं। इस चरण में जोतिषी के अनुसार दिखने में उची नाक, भारी कंधे , लंबे हाथ, घोर्बन ररंग, अधिक क्रूरता तथा भारी और मजबूत शरीर के जातक होते है।


    रोहिणी नक्षत्र के तीसरे चरण में जो जन्म लेते हैं वह मन के साफ होते हैं। चेहरे की बात करे तो दिखने में बड़े दिव्य आकर के एव बड़े ही खूबसूरत नेत्र पाये जाते हैं। इसके आलावा विचारधारा से स्थिर और कोमल भाषी होते हैं। इनके स्वाभाव में मधुरता दिखाई देती है परिहास में निपुण होते हैं पतले शरीर एवं चिकने हाथ पैर के धनवान जातक होते हैं।


    रोहिणी नक्षत्र के चौथे चरण में जन्म हो तो, ऐसे जातक को निश्चित रूप में परिवार से बिछड़ने का इनको दुख हो सकता है। तथा नौकरी के लिए कई बाहर रहते हैं तो परिवार की याद में शोक संभव है। दिखने की बात करे तो मध्यम से थोड़ी बड़ी नाक, बड़ी आंखें, सरल शरीर, पतले बाल और भारी पैर वाले हो सकते हैं। इसके आलावा अपने लोगो के साथ द्वेष भाव की भावना रखते है।

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    जानिए रोहिणी नक्षत्र में पारिवारिक जीवन कैसा होगा


    • जो लोग रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग (जातक) परिवार में माता-पिता  से अधिक लगाव रखते हैं। उन्हें पिता की तुलना में माता पक्ष से अधिक प्रेम और लाभ की प्राप्ति होती है। परंतु जातक को बहन का सुख काम मिलता है।
    • जीवन साथी सुन्दर होता है, परंतु ज्यादा उम्मीद रखने वाला होता है। इसके आलावा जातको का वैवाहिक जीवन रूकावटो और व्यवधानों से युक्त होता है।
    • रोहिणी नक्षत्र में जिन जातको का जन्म होता है, वेह संसारी कार्य को अपने बुद्धि से संपन्न करते हैं और बहुत ही बुद्धि बलशाली होते हैं यह Rohini Nakshatra Female Characteristics की खास बात मणि जाती है। 
    • यदि रोहिणी नक्षत्र में रात के समय किसी जातक का जन्म होता है, तो ऐसा जातक झूठ बोलने वाला होता है। उनमे बात बात पर झूठ बोलने की आदत दिखाई देती है।
    • यदि रोहिणी नक्षत्र वाले जातक विद्यार्थी जीवन में है तो, कोई भी पाठ बहुत जल्दी याद होता है परंतु वचन के थोड़े आलसी होते हैं।
    • यदि रोहिणी नक्षत्र में राहू, शनि और केतु में अधिक अंतर होने से जातक को शत्रुकष्ट यानी निकट संबंधित शत्रु बनते हैं। इसके आलावा चोरीयाँ, लूटपाट आदि का भय होता है और चोट लगने का खतरा बना रहता है। यह Rohini Nakshatra Female characteristics in Hindi की एक नकारात्मक बात है।


    रोहिणी नक्षत्र में व्यवसायी जीवन के बारे में जाने


    • रोहिणी नक्षत्र यह पुरुष वर्ग की तुलना में स्त्री वर्ग के लिए अधिक लाभदायक होता है।
    • जीवन के कार्य में Rohini Nakshatra female characteristics विशेषताओ से कृषि संबंधित, फूलों संबंधित, ट्रांसपोर्ट सम्बंधित तथा बाजारपेठ के कार्य आदि में रूचि होती है ऐसे जातक लगन शील होते हैं, जो काम में अपने आप को भुला देते हैं और जीवन में धन जुटाने में कामयाब होते हैं।
    • इसके आलावा रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले व्यक्ति (स्त्री) चंद्र और सूर्य के प्रभाव में होते हैं जो बहुत अच्छे म्यूजिशियन, संगीतकार, चित्रकार, लेखक(Story Writing)तथा अन्य क्रिएटिव के रूप में पाए जाते हैं।। इसके अलावा बिजनेस में डेकोरेटिव बिजनेस, इंटीरियर एंड एक्सटीरियर डिज़ाइनर, फूड बिजनेस या अन्य कोई भी ऐसा बिजनेस जो जीवन में शान- शौक और आराम प्रदान करता है, तो वह रोहिणी नक्षत्र के प्रभाव को प्रदर्शित करता है।
    • अभी आप जान गए होगे की रोहिणी नक्षत्र स्त्री के लिए कितना महत्वपूर्ण है। उम्मीद करता हु दोस्तों आपको यह पोस्ट Rohini Nakshatra Female Characteristics in Hindi। रोहिणी नक्षत्र में महिलाओ की विशेषता जरुर पसंद आया होंगा।

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    आज हमने क्या सिखा ?

    जैसा की आज हमने Rohini Nakshatra Female Characteristics के बारे में पढ़ा इससे यह पता चलता है की  प्रतेक नक्षत्र में चरण के अनुसार जन्म लेने वाले जातक को कई प्रकार के लाभ तथा नुकसान होना स्वाभाविक है। अक्सर लोग जीवन के दोष दूर करने के लिए, शादी सम्बंधित गुणों के लिए, धन प्राप्ती के लिए अथवा अन्य कारणों के लिए ज्योतिषी से सुझाव लेते है। ज्यादातर ज्योतिषी का कथन उचित साबित होता है।  परंतु कई बार ज्योतिषी का  यह कथन गलत साबित हो सकता है। एसेमे कई लोग 'पैसे कैसे कमाये' के चक्कर में तथा अन्य कारणों के लिए  गलत काम के प्रभाव में आ जाते है। जिसका उचित फल उन्हें नही मिल पता। 


    आपको समझाने का तात्पर्य यह है की, जीवन में हमेशा अच्छे कर्म करने का प्रयास करे, जिससे आपको योग्य  फल की प्राप्ती होगी। अपनी मेहनत, लगन और ईश्वर पर भरोसा रखे आपको आपकर काम में जरुर सफलता प्राप्त होगी। हमारा लिखा गया यह पोस्ट Rohini Nakshatra Female Characteristics In Hindi आपको कैसा लगा कमेन्ट में आपनी राय जरुर बताये।